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कानपुर, 11 अक्टूबर, 2022: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर, आई आई टी (IIT) दिल्ली में 14-15 अक्टूबर से आयोजित होने वाले सभी आई आई टी (IIT) के बीच मेगा R&D शोकेस ईवेंट, इन्वेंटिव (IInventiv) के सभी क्षेत्रों में 12 महत्वपूर्ण अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं का प्रदर्शन करेगा। यह आयोजन पहला उदाहरण होगा जहां सभी 23 आई आई टी (IIT) भारत के वैश्विक अनुसंधान एवं विकास कौशल को उजागर करने के लिए एक मंच के तहत आएंगे और राज्य विश्वविद्यालयों और संस्थानों, उद्योग और आई आई टी (IIT) के बीच समग्र अनुसंधान और विकासात्मक प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए जमीनी स्तर पर अधिक सहयोगी रास्ते तलाशेंगे। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय केन्द्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान उपस्थित रहेंगे। इन्वेंटिव में विविध विषयों पर छह शोकेस प्रोजेक्ट और कुल 75 प्रोजेक्ट होंगे। आई आई टी (IIT) कानपुर ड्रोन तकनीक पर शोकेस का नेतृत्व करेगा और आई आई टी (IIT) मद्रास के साथ 5G टेक्नोलॉजी पर संयुक्त रूप से शोकेस का नेतृत्व करेगा। आईआईटी कानपुर के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. अभिषेक ड्रोन टेक्नोलॉजी शोकेस को मॉडरेट करेंगे, जहां वे इस क्षेत्र में आईआईटी कानपुर के आरएंडडी कार्यों पर प्रकाश डालेंगे और बताएंगे कि कैसे सभी तीन यूएवी प्रकारों में - फिक्स्ड विंग ड्रोन, फ्लैपिंग विंग ड्रोन और मानव रहित रोटर-विंग / हेलीकॉप्टर ड्रोन में आईआईटी कानपुर विशेषज्ञता रखने वाले एकमात्र संस्थानों में से एक के रूप में अग्रणी है। आई आई टी (IIT) कानपुर में कुछ प्रमुख ड्रोन स्टार्टअप भी हैं, जैसे EndureAir, VTOL Pvt लिमिटेड आदि । 5G के संदर्भ में, आई आई टी (IIT) कानपुर ने भारत के लिए एक स्वदेशी 5G टेस्टबेड विकसित करने के लिए दूरसंचार विभाग, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित मल्टी-आईआईटी परियोजना के तहत 5G NR बेस स्टेशन की बेसबैंड यूनिट (BBU) विकसित की। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, आई आई टी (IIT) कानपुर के प्रो रोहित बुद्धिराजा संयुक्त रूप से 5G टेक्नोलॉजी शोकेस का नेतृत्व करेंगे, जो भारत के 5G रोलआउट और प्रमुख मुद्दों को भी उजागर करेगा। प्रो. अभय करंदीकर, निदेशक, आईआईटी कानपुर ने कहा, “जैसा कि भारत अमृत काल की ओर बढ़ रहा है, जिसके लिए सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण अनुसंधान एवं विकास, समय की आवश्यकता है। जब राष्ट्रीय और साथ ही जमीनी स्तर पर अनुसंधान और नवाचार की बात आती है, आई आई टी (IIT) कानपुर का हमेशा अग्रणी पहल करने वाला दृष्टिकोण रहा है। हमें खुशी है कि हम अपनी बारह परियोजनाओं को इन्वेंटिव में पेश कर रहे हैं और ड्रोन और 5जी प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। मेरा मानना है कि यह आयोजन भारत की वैश्विक अनुसंधान एवं विकास क्षमता को उजागर करेगा और सभी क्षेत्रों में सहयोगात्मक विकास को गति देने के लिए उद्योग और शिक्षा जगत को करीब लाएगा। आई आई टी (IIT) कानपुर ने पिछले साल रिकॉर्ड तोड़ 107 पेटेंट (97 राष्ट्रीय और 10 अंतर्राष्ट्रीय) दायर किए, जो संस्थान के इतिहास में सबसे अधिक है। यह संस्थान के पास मौजूद R&D ताकत का प्रमाण है। इन्वेंटिव के लिए 12 परियोजनाओं का चयन भी आईआईटी कानपुर को प्रदर्शन के लिए उच्चतम स्वीकृत परियोजनाओं वाला संस्थान बनाता है। इसमें आई आई टी (IIT) कानपुर के कुछ तकनीकी आविष्कार शामिल है: जिसमें दृष्टिबाधित लोगों के लिए एक उन्नत घड़ी, जो हैप्टिक सेंसर और स्पर्श घंटे संकेतकों के साथ एक स्पर्श इंटरफ़ेस से लैस है; और भू-परीक्षक, एक हाथ से पकड़े जाने वाला मिट्टी परीक्षण उपकरण जो 90 सेकंड के भीतर मिट्टी के स्वास्थ्य का पता लगा सकता है। यह एक क्रांतिकारी आविष्कार है जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी मिट्टी के परीक्षण में लगने वाले समय और परेशानी को कम करना है। संस्थान एक त्वरित जल गुणवत्ता जांच तकनीक भी प्रदर्शित करेगा जो कि किफायती कीमत पर बेहतर सटीकता के साथ पानी की गुणवत्ता का पता लगा सकती है। वैकल्पिक ईंधन क्षेत्र में एक M15 ईंधन वाले दोपहिया प्रोटोटाइप, औद्योगिक उत्सर्जन और वायु गुणवत्ता निगरानी के लिए आईओटी-आधारित वायु गुणवत्ता सेंसर और रीयल-टाइम रासायनिक विशिष्टता का उपयोग करने की एक तकनीक और साथ ही कई और भी तकनीकी आविष्कार शामिल हैं । इस दो दिवसीय आयोजन में सभी आईआईटी, और कई अन्य उच्च शिक्षा के साथ-साथ छोटे शहरों के संस्थानों के प्रतिनिधि, उद्योग और सरकारी संस्थान एक साथ शामिल होंगे । प्रोफेसर अभय करंदीकर, निदेशक, आईआईटी कानपुर भी इन्वेंटिव ईवेंट के उद्घाटन के दिन 14 अक्टूबर को होने वाली पैनल चर्चा के लिए एक पैनलिस्ट के रूप में उपस्थित रहेंगे। उपस्थित लोग कार्यक्रम स्थल पर स्टालों में विभिन्न परियोजनाओं को देख सकेंगे। इन्वेंटिव के बारे में: अपने पहले वर्ष में, आईइन्वेंटिव (IInventTiv) एक अनुसंधान एवं विकास मेले का आयोजन डॉ. पवन गोयनका, अध्यक्ष, BoG IIT मद्रास, डॉ बीवीआर मोहन रेड्डी, अध्यक्ष, बीओजी आईआईटी हैदराबाद और आईआईटी रुड़की की अध्यक्षता में एक संचालन समिति की देखरेख में किया जा रहा है । यह आयोजन सभी 23 IIT के एक छत्र के नीचे एक साथ आने का प्रतीक है ताकि उनके आसपास अधिक जागरूकता पैदा करने के लिए अपने संबंधित अनुसंधान और नवाचार विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया जा सके। मेगा आरएंडडी शोकेस आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में भारत की आजादी के 75 साल का जश्न के रूप में मनाया जा रहा है जो कि आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया पहल के साथ जुड़ा हुआ है। इस मेले का उद्देश्य राज्य के संस्थानों, उद्योगों और भविष्य के अनुसंधान और नवाचारों के लिए उच्च शिक्षाविदों के बीच सहयोग की तलाश करना है। आईआईटी कानपुर के बारे में: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर की स्थापना 2 नवंबर 1959 को संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। संस्थान का विशाल परिसर 1055 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 19 विभागों, 22 केंद्रों और 3 अंतःविषय कार्यक्रमों के साथ इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिजाइन, मानविकी और प्रबंधन विषयों में शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों के बड़े पूल के साथ 527 पूर्णकालिक फैकल्टी सदस्य और लगभग 9000 छात्र हैं। औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय योगदान देता है। अधिक जानकारी के लिए www.iitk.ac.in पर विजिट करें। |
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