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कानपुर, 22 मई 2023: आई आई टी कानपुर के "शिवानी: हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषाओं का संपोषण एवं समन्वय केन्द्र" ने 21 मई, 2023, रविवार शाम को "कथा - द आर्ट ऑफ़ स्टोरी राइटिंग" का आयोजन किया। यह कार्यशाला हिंदी और अंग्रेजी साहित्य में रचनात्मक लेखन पर केंद्रित थी और इसका उद्देश्य महत्वाकांक्षी लेखकों को प्रेरित करना था। प्रोफेसर कांतेश बालानी, शिवानी केंद्र समन्वयक, और डीन, संसाधन और पूर्व छात्र, द्वारा इस कार्यक्रम की शुरुवात एक स्वागत भाषण के साथ की गयी, जिसके बाद आई आई टी कानपुर के प्रशासन के डीन, प्रोफेसर ब्रज भूषण द्वारा इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। साथ ही उन्होंने रचनात्मक लेखन के महत्व के बारे में अपनी कुछ विशेष टिप्पणियां दीं। उन्होंने बताया की किस तरह से हम इसका उपयोग अपने विचारों और भावनाओं को एक अनोखे और व्यक्तिगत तरीके से व्यक्त करने के लिए कर सकते हैं। इसके पश्चात प्रशंसित अंग्रेजी और हिंदी लेखिका और अनुवादक श्रीमती ममता नैनी द्वारा "साहित्य और रचनात्मक लेखन के चमत्कार" पर एक वार्ता का आयोजान हुआ। इस सत्र ने दर्शकों को अंग्रेजी और हिंदी साहित्य के समकालीन महत्व के बारे में जानकारी दी। इसके उपरांत "हिंदी साहित्य में रचनात्मक लेखन" पर, प्रख्यात हिंदी कवि और आलोचक डॉ. पंकज चतुर्वेदी के द्वारा एक ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया गया। उनकी इस प्रस्तुति ने दर्शकों को हिंदी साहित्य के विशाल क्षेत्र से भलीभांति अवगत कराया तथा उनके द्वारा प्रस्तुत किये गए व्याख्यान को सभी ने खूब सराहा। अंत में शिवानी केंद्र की ओर से प्रो. अर्क वर्मा ने कार्यक्रम पर समापन टिप्पणी और प्रशंसा प्रस्ताव प्रदान किया। अतः इस कार्यक्रम के माध्यम से दर्शकों को हिंदी और अंग्रेजी भाषा में कहानियां, कविताएं, गद्य, और साहित्य की अन्य विधाओं में अपनी रचनात्मकता को उजागर करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया गया। आईआईटी कानपुर के बारे में: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर की स्थापना 2 नवंबर 1959 को संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। संस्थान का विशाल परिसर 1055 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 19 विभागों, 22 केंद्रों, इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिजाइन, मानविकी और प्रबंधन विषयों में 3 अंतःविषय कार्यक्रमों में फैले शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों के बड़े पूल के साथ 540 पूर्णकालिक संकाय सदस्य और लगभग 9000 छात्र हैं । औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय रहता है। अधिक जानकारी के लिए www.iitk.ac.in पर विजिट करें |
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