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कानपुर, 28 फरवरी, 2023: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर 27 फरवरी से 1 मार्च, 2023 तक नंबर थ्योरी पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन विज्ञान भारती और C3i हब आई आई टी (IIT) कानपुर द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, के सहयोग से श्रीनिवास रामानुजन की 135वीं जयंती के उपलक्ष्य पर किया जा रहा है। यह आजादी का अमृत महोत्सव पहल के तहत स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय वैज्ञानिकों के योगदान का जश्न मनाने के लिए देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए विज्ञान भारती और संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की संयुक्त पहल का हिस्सा है। आई आई टी (IIT) कानपुर में नंबर थ्योरी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की असाधारण उपलब्धियों को समर्पित है। सम्मेलन का उद्देश्य नंबर थ्योरी के क्षेत्र में अग्रणी विशेषज्ञों को एक साथ लाना है ताकि क्षेत्र में नवीनतम शोध निष्कर्षों और उभरती प्रवृत्तियों पर चर्चा और विचारों का आदान-प्रदान किया जा सके। कार्यक्रम का उद्घाटन आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर, सुगंध एवं स्वाद विकास केंद्र (एफएफडीसी) के निदेशक शक्ति विनय शुक्ला, आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल और विज्ञान भारती के प्रांतीय महासचिव प्रोफेसर सुनील मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर किया। सम्मेलन के पहले दिन कानपुर और आसपास के जिलों के 20 स्कूलों और कॉलेजों से कक्षा 11वीं से लेकर बीएससी तक के 200 से अधिक छात्र-छात्राओं ने इसमें भाग लिया। छात्रों को रामानुजन के जीवन और कार्य से परिचित कराया गया और बौधायन थ्योरम पर ध्यान देने के साथ वैदिक गणित के मूल सिद्धांतों के बारे में बताया गया। उन्हें बौधायन थ्योरम और रामानुजन के जीवन और कार्यों से संबंधित अभ्यास दिए गए। महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन और कार्यों पर आधारित प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई और सही उत्तर देने वालों को पुरस्कृत किया गया। पहले दिन तीसरे, चौथे और पांचवें सत्र में छात्रों को ऐप बनाने में कोडिंग और एआई के उपयोग के बारे में सिखाया गया और स्टीम शो के माध्यम से नई तकनीक के बारे में पढ़ाया गया। उन्हें नंबर और स्वास्थ्य के बीच संबंध और योग के पीछे के विज्ञान के बारे में भी जानकारी दी गई। गणितज्ञ प्रो. अनोखे लाल पाठक, वैदिक गणित विशेषज्ञ सुजीत सिंह, STEMROBO के कोडिंग और एआई विशेषज्ञ, अनुराग गुप्ता, विज्ञान और प्रौद्योगिकी शिक्षा संचारक कौस्तुभ उमर, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बीएन आचार्य और योगाचार्य अमित सक्सेना उन विशेषज्ञों में शामिल थे, जिन्होंने सम्मेलन के उद्घाटन दिवस पर छात्र के लिए इंटरैक्टिव सत्र प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध फिल्म निर्माता नंदन कुध्यादी द्वारा रामानुजन के जीवन पर एक वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया गया। डॉ. शेखर सी. मांडे, पूर्व महानिदेशक, सीएसआईआर और राष्ट्रीय अध्यक्ष, विज्ञान भारती; और डॉ. डीएस बाग, संयुक्त निदेशक, डीएमएसआरडीई, पहले दिन के समापन सत्र के लिए उपस्थित थे। उन्होंने रामानुजन के जीवन पर एक उत्कृष्ट लघु फिल्म बनाने के लिए डीपीएस आजाद नगर को बधाई दी और प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया, जबकि राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, बांदा को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नंबर थ्योरी पर शोध करने वाले दुनिया भर के शोधकर्ता और विशेषज्ञ इस तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान विभिन्न सत्रों के लिए आईआईटी कानपुर में एकत्रित होंगे। यह कार्यक्रम रामानुजन की असाधारण विरासत को प्रदर्शित करेगा और गणित और उसके अनुप्रयोगों की आकर्षक दुनिया का पता लगाएगा। आईआईटी कानपुर के बारे में: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर की स्थापना 2 नवंबर 1959 को संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। संस्थान का विशाल परिसर 1055 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 19 विभागों, 22 केंद्रों, इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिजाइन, मानविकी और प्रबंधन विषयों में 3 अंतःविषय कार्यक्रमों में फैले शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों के बड़े पूल के साथ 540 पूर्णकालिक संकाय सदस्य और लगभग 9000 छात्र हैं । औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय रहता है। अधिक जानकारी के लिए https://www.iitk.ac.inपर विजिट करें
आई आई टी (IIT) कानपुर 27 फरवरी, 2023 से नंबर थ्योरी पर 3-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बैठक करने जा रहा है
कानपुर, उत्तर प्रदेश, 22 फरवरी, 2023: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की 135वीं जयंती मनाने के लिए 27 फरवरी से 1 मार्च, 2023 तक नंबर थ्योरी पर एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कर रहा है। यह कार्यक्रम विज्ञान भारती और संस्कृति मंत्रालय (भारत सरकार) की एक संयुक्त पहल का हिस्सा है जो पूरे भारत में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय वैज्ञानिकों के योगदान को याद करने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इस पहल के तहत नंबर थ्योरी पर कार्यक्रम का आयोजन विज्ञान भारती ब्रह्मावर्त प्रांत की कानपुर महानगर इकाई, संस्कृति मंत्रालय - भारत सरकार, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर और सी3आईहब (C3iHub) द्वारा किया जा रहा है। आईआईटी कानपुर के निदेशक और विभा ब्रह्मावर्त (कानपुर) प्रांत के अध्यक्ष प्रोफेसर अभय करंदीकर ने कहा, "श्रीनिवास रामानुजन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गणितज्ञों में से एक हैं, जिन्होंने जटिल विश्लेषण, नंबर थ्योरी, इन्फनाइट सीरीज, जैसे गणितीय क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। संगोष्ठी का उद्देश्य उनके जीवन और विरासत को आम-जनमानस के सामने पेश करना है जो देश के स्नातक छात्रों और दुनिया भर के लाखों उम्मीदवारों को प्रेरित करता है। इस अवसर पर गणित में उन्नत सिद्धांतों पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के शिक्षाविद और शोधकर्ता भी एकत्रित होंगे। कार्यक्रम के पहले दिन कानपुर और आसपास के जिलों से ग्यारहवीं से बीएससी तक के 200 से अधिक छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है। इन छात्रों को पहले दो सत्रों के दौरान श्रीनिवास रामानुजन के जीवन और वैदिक गणित के गुणों से अवगत कराया जाएगा। तीसरे, चौथे और पांचवें सत्र में कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), AI द्वारा ऐप्स का निर्माण, STEAM शो के माध्यम से नई तकनीक के बारे में जानकारी और अंक ज्योतिष और योग के पीछे के विज्ञान के बीच संबंध जैसे विषयों को संबोधित किया जाएगा। कार्यक्रम का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा। कार्यक्रम के पहले दिन शामिल विशेषज्ञों में गणितज्ञ प्रो. अनोखे लाल पाठक, वैदिक गणित विशेषज्ञ सुजीत सिंह, स्टेम रोबो के कोडिंग और एआई विशेषज्ञ अनुराग गुप्ता, विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचारक कौस्तुभ उमर, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बी.एन आचार्य और योगाचार्य अमित सक्सेना शामिल हैं। सम्मेलन के दूसरे और तीसरे दिन, दुनिया भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के नंबर थ्योरी के शोधकर्ता, प्रोफेसर और विशेषज्ञ आई आई टी (IIT) कानपुर में एकत्रित होंगे और संबंधित विषयों पर चर्चा करेंगे। डॉ. शेखर चिंतामणि मंडेजी, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), नई दिल्ली के निवर्तमान महानिदेशक मुख्य अतिथि होंगे। विभा ब्रह्मावर्त (कानपुर) प्रांत के अध्यक्ष व आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो अभय करंदीकर और कार्यक्रम के समन्वयक पद्म श्री प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। आयोजन समिति में आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर नितिन सक्सेना, प्रोफेसर सुधांशु शेखर, प्रोफेसर सोमनाथ झा और प्रोफेसर सुनील के मिश्रा शामिल हैं। कार्यक्रम समन्वयक विज्ञान भारती से कौस्तुभ उमर, प्रो अनोखे लाल पाठक और प्रशांत खरे हैं। कार्यक्रम में भाग लेने या अधिक जानकारी के लिए वेबसाईट का अवलोकन करें https://www.vibhabrahmavart.org/ramanujan आईआईटी कानपुर के बारे में: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर की स्थापना 2 नवंबर 1959 को संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। संस्थान का विशाल परिसर 1055 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 19 विभागों, 22 केंद्रों, इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिजाइन, मानविकी और प्रबंधन विषयों में 3 अंतःविषय कार्यक्रमों में फैले शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों के बड़े पूल के साथ 540 पूर्णकालिक संकाय सदस्य और लगभग 9000 छात्र हैं । औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय रहता है। अधिक जानकारी के लिए https://www.iitk.ac.in पर विजिट करें
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