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दिनांक 14 अप्रैल 2021 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर में डॉ. अंबेडकर विचार समिति आई आई टी कानपुर के तत्वाधान में भारतरत्न” डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की 130 वीं जयंती Covid-19 महामारी को ध्यान में रखकर तथा सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मनाई जानी थी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर जी को शिरकत करना था, प्रत्येक वर्ष की तरह संस्थान के निदेशक तथा उपनिदेशक महोदय द्वारा कार्यक्रम में डॉ. अंबेडकर विचार समिति, आई आई टी कानपुर के सेवानिवृत्त सम्मानित सदस्यों को स्मृति चिन्ह तथा शाल दे कर सम्मानित करना था। परंतु राज्य सरकार द्वारा निर्देशानुसार Covid-19 महामारी को ध्यान रखते हुए राज्य मे लॉक डाउन होने के कारण भीमराव अंबेडकर जी की 130 वीं जयंती का कार्यक्रम संस्थान मे सम्पन्न नहीं हो सकी। डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर जी ने एक समाज सुधारक,शिक्षाविद्, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनेता और न्यायविद् के रूप में देश और समाज की भलाई के लिए अनवरत संघर्ष किया। डॉ. अंबेडकर जी ने एक ऐसे समाज की परिकल्पना की थी, जिसमें सामाजिक समरसता और समानता का वातावरण हो। अपने इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए उन्होने अपना सम्पूर्ण जीवन, समाज एवं राष्ट्र को समर्पित कर दिया। डॉ. अंबेडकर जी ने भारत के लिए ऐसे प्रगतिशील और सर्व-समावेशी संविधान की रचना की, जो पिछले अनेक दशकों से, लोकतन्त्र में देशवासियों की आस्था को बढ़ाता और मजबूत करता आया है। डॉ. अंबेडकर जी का मूल मंत्र था की हर वर्ग का हर व्यक्ति शिक्षित हो। उनके मूल मंत्र को साकार करने का प्रयास करते हुए अंबेडकर विचार समिति आई आई टी कानपुर द्वारा संस्थान में स्थापित Opportunity School को सहयोग राशि का डिमांड ड्राफ्ट माननीय निदेशक महोदय प्रोफेसर अभय करंदीकर जी के माध्यम से स्कूल के चेयरमैन प्रोफेसर नचिकेता तिवारीजी को प्रदान की गई जिससे जरूरतमंद बच्चों की मासिक फीस माफ की जा सके। कार्यक्रम में निदेशक महोदय प्रोफेसर अभय करंदीकर जी, उपनिदेशक महोदय प्रोफेसर एस गणेश जी, संस्थान के एससी/एसटी विभाग के संपर्क अधिकारी डॉ. आर के सचान जी, अंबेडकर विचार समिति आई आई टी कानपुर के अध्यक्ष श्री मंगेश सुखदेवे, महासचिव श्री गुड्डू कुमार, और कोशाध्यक्ष्य राजेश कुमार मुख्य रूप से मौजूद रहे। इस अवसर पर हम सभी डॉ अंबेडकर के महान व्यक्तित्व, संघर्ष और जीवन से प्रेरणा लेकर उनकी शिक्षा और आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लें और एक मजबूत और समृद्ध भारत के निर्माण में अपना योगदान दें। यह आयोजन भारत सरकार द्वारा जारी सभी COVID दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया था |
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