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कानपुर, 4 अगस्त 2023: 3 अगस्त 2023 को आई आई टी कानपुर के निदेशालय में डिजिटल उपकरणों पर आधारित भारत की सबसे बड़ी वैज्ञानिक प्रतिभा खोज परीक्षा विद्यार्थी विज्ञान मन्थन; 2023 की विवरणिका का विमोचन प्राध्यापक प्रो० समीर खाण्डेकर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग; प्रो० सच्चिदानंद त्रिपाठी, सतत ऊर्जा इंजीनियरिंग विभाग के संयुक्त संकाय; प्रो० लालटू चन्द्रा, सतत ऊर्जा इंजीनियरिंग विभाग; विज्ञान भारती के प्रदेश संगठन मंत्री श्रेयांश मण्डलोई, विद्यार्थी विज्ञान मन्थन के राष्ट्रीय सह समन्वयक कौस्तुभ ओमर, प्रांतीय महासचिव प्रो० सुनील मिश्र, डी एम एस आर डी ई के संयुक्त निदेशक डॉ डी एस बाग, डॉ सौरभ तोमर आदि द्वारा किया गया। आई आई टी कानपुर के निदेशक प्रो० अभय करंदीकर ने कार्यक्रम की सफलता हेतु शुभकामनाएं दी। विज्ञान भारती, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (NCERT) व नेशनल काउंसिल फ़ॉर साइंस म्यूज़ियम (NCSM) द्वारा संयुक्त रूप से विधार्थी विज्ञान मंथन 2023, मेधावियों की खोज हेतु प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में कक्षा 6 से 11 तक सभी बोर्ड के विद्यार्थी vvm.org.in पर पंजीकरण कर सम्मिलित हो सकते हैं। परीक्षार्थियों को 29 अक्टूबर, 2023 और/या 30 अक्टूबर 2023 को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक (90 मिनट) परीक्षा में शामिल होना होगा। 10 नवम्बर, 2023 को परीक्षा परिणाम घोषित किया जायेगा | उत्तर प्रदेश के कुल 120 विद्यार्थियों को प्रदेश स्तरीय शिविर में सहभागिता का अवसर मिलेगा। 18 विजेताओं को रू. 5000, रू. 3000 व रू. 2000 के पुरूस्कार से पुरस्कृत किया जायेगा। 12 विजयी विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर के शिविर में जायेंगें। प्रत्येक प्रतिभागी को जनपद स्तरीय प्रमाण पत्र दिये जायेगें। प्रतिभागियों का 90 मिनट में 100 सवालों के जवाब देने होंगें। अधिकतर प्रश्न एप्लीकेशन बेस्ड होंगें। विद्यार्थी विज्ञान मंथन के लिये आवेदन करने की अन्तिम तिथि दिनांक 15 सितम्बर 2023 है। पंजीकरण शुल्क रूपये 200 निर्धारित किया गया है। विद्यार्थी विज्ञान मंथन 2023-24 संस्करण में भाग लेने वाले बच्चों को विशेष अवसर प्रदान करेगा। जिसमें प्रशिक्षण सह इंटर्नशिप (01 से 03 सप्ताह) राष्ट्रीय (हिमालयी) और क्षेत्रीय विजेताओं को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रयोगशाला या डी०आर०डी०ओ०, इसरो, सी०एस०आई०आर०, बी०ए०आर०सी० आदि प्रमुख शोध संस्थान में से किसी एक में अवसर मिलेगा साथ ही रूपये 2000 प्रतिमाह की भास्कर छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। एक वर्ष के लिये राष्ट्रीय विजेता (हिमालयी) को एक विशिष्ठ परियोजना/गतिविधि सौंपी जायेगी जिनका समय-समय पर मूल्यांकन किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान नगर से सेठ आनंद राम जयपुरिया, सेंट मैरी ऑर्थोडॉक्स, जय नारायण विद्या मंदिर, सरस्वती ज्ञान मंदिर, ओंकारेश्वर आदि के प्रधानाचार्य समेत डॉ बी एन आचार्या, डॉ आशुतोष तिवारी, डॉ अमित मिश्रा, डॉ श्रुति आदि उपस्थित रहे। आईआईटी कानपुर के बारे में: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर की स्थापना 2 नवंबर 1959 को संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। संस्थान का विशाल परिसर 1055 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 19 विभागों, 22 केंद्रों, इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिजाइन, मानविकी और प्रबंधन विषयों में 3 अंतःविषय कार्यक्रमों में फैले शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों के बड़े पूल के साथ 540 पूर्णकालिक संकाय सदस्य और लगभग 9000 छात्र हैं । औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय रहता है। अधिक जानकारी के लिए www.iitk.ac.in पर विजिट करें |
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